अपने लिए तो सभी जीते हैं,
दुसरो के लिए जियो तो जीवन है !!
मंदिर तो सभी जाते हैं,
कोई मन रोशन करो तो जीवन है !!
अपनी फ़िक्र तो सभी करते हैं,
उनकी मुस्कुराहटों पर जीयो तो जीवन है !!
अपने ज़ख़्म तो सभी गिनते हैं,
किसी का मरहम बन जाओ तो जीवन है !!
अपना घर तो सभी सजाते हैं,
किसी झोपड़ी पर छत लगाओ तो जीवन है !!
शौहरत तो सभी कमाते हैं,
थोड़ी मुहोब्बत भी कमाओ तो जीवन है !!
वक़्त तो हम रोज़ गुजारते हैं,
कुछ पलों को संजोय लें तो जीवन है !!
- नेहा सेन
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